Thursday, June 28, 2018

अमेरिका: अखबार 'कैपिटल गजट' के दफ्तर में गोलीबारी, 5 पत्रकारों की मौत

वाशिंगटन: अमेरिका में मीडियाकर्मियों पर हमला हुआ है. एनापोलिस राज्य की राजधानी मेरीलैंड में गुरुवार को अखबार कैपिटल गजट के न्यूजरूम में एक बंदूकधारी घुस आया और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. मौके पर पहुची पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. हमले की वजह का अब तक पता नहीं चल पाया है.

हमलावर की पहचान 38 वर्षीय शख्स जेरोड रैमोस के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि यइ शख्स अखबार 'कैपिटल गजट' से अपनी दुश्मनी मानता था. साल 2012 में आरोपी शख्स ने अखबार के खिलाफ मानहानि का केस किया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था. साल 2006 में कोर्ट ने इस आपराधिक छवि का शख्स घोषित किया था.

क्राम्फ ने कहा , “ हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि वह कौन सा अकांउट था और यह पुष्टि करने का प्रयास कर रहे हैं कि असल में धमकियां किसने भेजी थी. ”

कैपिटल गजट के संपादक जिम्मी डिबट्स ने ट्वीट किया कि इस घटना से वह “ तबाह , उदास और स्तब्ध ” हैं.

उन्होंने लिखा , “ मैं कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हूं , बस इतना जानता हूं कि कैपिटल गजट समाचारपत्र के संवाददाता और संपादक हर दिन अपना सबकुछ इस अखबार के नाम कर देते हैं. यहां हफ्ते में केवल 40 घंटे काम नहीं करना होता , न मोटी तनख्वाह मिलती है - बस हमारे समाज की कहानियां बताने का जुनून होता है. ”

गोलीबारी की यह घटना वर्जीनिया की 2015 की उस घटना की याद दिलाती है जिसमें एक स्थानीय टेलीविजन पर सीधे प्रसारण के दौरान दो पत्रकारों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के शिकार लोगों के साथ संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा, ‘‘पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ मेरी दुआएं हैं. मौके पर तुरत फुरत पहुंचे सभी लोगों का शुक्रिया.’’ मालूम हो कि अमेरिका में बंदूक की काफी दुकानें हैं. यहां किसी के लिए भी बंदूक खरीदना बेहद आसान होता है. शायद इस वजह से यहां हमले की कई वारदातें हो चुकी हैं.

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Friday, June 22, 2018

भाजपा-पीडीपी गठबंधन टूटने के बाद आज पहली बार जम्मू-कश्मीर जाएंगे अमित शाह

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी का गठबंधन टूटने और राज्‍यपाल शासन लागू होने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज (शनिवार को) दो दिवसीय दौरे जम्मू-कश्मीर आ रहे है. 2019 लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटे अमित शाह प्रदेश में बीजेपी नेताओं और आरएसएस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. मुलाकात के बाद अमित शाह 4 बजे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 65वीं पुण्‍यतिथि पर आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं और संघ स्‍वयंसेवकों की परेड में शामिल होंगे. इसके बाद शाह एक जनसभा को संबोधित करेंगे.

पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने एक बयान में कहा कि शाह पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर शहर के एक दिन के दौरे पर जाएंगे. उन्होंने कहा कि शाह डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और इसके अलावा दूसरे सांगठनिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे.

बीजेपी ने वापस लिया पीडीपी से समर्थन
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी को दिया समर्थन वापस लिया है. बीजेपी के महासचिव राम माधव ने समर्थन वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा था कि जम्मू कश्मीर में कुछ मुद्दों पर बात ना बनने के कारण यह कदम उठाया जा रहा है. राम माधव ने कहा था कि उप-मुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता व अन्य नौ मंत्रियों ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. राज्य के नेताओं को परामर्श के लिए तत्काल राष्ट्रीय राजधानी बुलाया गया था. राज्यपाल एनएन वोहरा केंद्रीय गृह मंत्रालय में सचिव रह चुके हैं. उन्‍हें जम्‍मू-कश्‍मीर के राजनीतिक परिदृश्‍य का अच्‍छा तजुर्बा है. वह पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल के प्रमुख सचिव भी थे और कश्‍मीर मसले पर बातचीत के दौरान केंद्र की ओर से वार्ताकार की भूमिका निभा चुके हैं. बीजेपी के समर्थन वापस लेने के बाद सीएम महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा था.

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Tuesday, June 19, 2018

शिवसेना का BJP पर कटाक्ष, 600 जवानों की बलि चढ़ाने के बाद लिया समर्थन वापसी का फैसला

नई दिल्ली : जम्मू और कश्मीर के सियासी संकट का असर पूरे देश की राजनीति पर पड़ा है. तमाम दल बीजेपी पर हमलावर हो गए हैं. बीजेपी के सहयोगी दल जहां बीजेपी के इस कदम को अच्छा तो बता रहे हैं, लेकिन साथ ही सवालों की बौछार भी कर रहे हैं कि बीजेपी को यह फैसला लेने में इतना वक्त क्यों लगा. शिवसेना ने कहा है कि बीजेपी को पीडीपी से गठबंधन से काफी पहले ही तोड़ लेना चाहिए था. 3 साल तक गठबंधन देते रहने से बीजेपी की छवि खराब हुई है.

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को फैसला लेने में साढ़े 3 का वक्त लग गया. इस दौरान हमारे 600 जवान शहीद हो गए. उद्धव ठाकरे ने बीजेपी से सवाल किया, 'जब आपको पता थी कि वहां राज्य में सरकार किस तरह काम कर रही है, फिर भी आपको फैसला लेने में इतना समय क्यों लगा.' उन्होंने यहां तक कहा कि बीजेपी के इस रवैए के कारण घाटी में हमारे 600 जवान शहीद हो गए. अगर यह फैसला पहले ही ले लिया जाता तो सेना को इतना बड़ा नुकासन नहीं उठाना पड़ता.

बीजेपी के साथ शिवसेना के गठबंधन के सवाल पर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'ऐसी खबरें थीं कि शरद पवार जी ने हमें संयुक्त विपक्ष में शामिल होने की पेशकश की है. यह दिखाता है कि हर कोई यह महसूस कर रहा है कि हम कितने मजबूत हो गए हैं. लोग हमसे पूछते हैं कि सरकार की आलोचना करने के बाद भी हम सत्ता में क्यों हैं. यह हमारी राजनीति है और हम तय करेंगे कि हम क्या करना चाहते हैं.'

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की बैठक में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने काफी सोच-विचार करने के बाद राज्य के हित में बीजेपी के साथ गठबंधन किया था. उन्होंने कहा कि यह गठबंधन सत्ता के लिए नहीं बल्की घाटी में शांति स्थापित करने, 11,000 नौजवानों पर लगे केसों को वापस लेने और पाकिस्तान के साथ वार्ता के जरिए मतभेदों को भुलाने के लिए किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में धारा-370 खत्म करना चाहती थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं होने दिया. महबूबा ने कहा कि राज्य में ताकत के बल पर सत्ता नहीं चलाई जा सकती, जोकि बीजेपी ऐसा ही करना चाहती थी.

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Monday, June 18, 2018

जापान में भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा, प्रशासन ने दी भूस्खलन की चेतावनी

तोक्यो: जापान के ओसाका शहर में कल आए भीषण भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़ कर चार हो गई है, वहीं 380 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि आपदा में चौथी मौत 81 साल की बुजुर्ग महिला की हुई जो कि घर के अंदर एक अलमारी में फंस गई थीं. सरकारी प्रवक्ता योशिहिदा सूगा ने आज संवाददाताओं से बताया , ‘‘अभी तक हम चार लोगों के मारे जाने और 381 लोगों के घायल होने की पुष्टि करते हैं.’’

उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को बचाने के प्रयास जारी रखेगी. हालांकि उन्होंने कहा कि और लोगों के लापता होने की कोई सूचना नहीं है. प्रवक्ता ने बताया कि भूकंप के बाद ठप हुई पानी की आपूर्ति और गैस सप्लाई को शीघ्र चालू करने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. अधिकारियों द्वारा जल्द से जल्द पानी की आपूर्ती और गैस सप्लाई चालू करने के लिए हर तरह के कदम उठाए जा रहे हैं.

इस बीच जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने मंगलवार (19 जून) को ओसाका में भारी बारिश और 20 जून को भूस्खलन होने की चेतावनी जारी की है. सूगा ने लोगों से सावधान रहने को कहा है. उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र में भूस्खलन की आशंका है जहां कम बारिश के दौरान भी तेज झटके महसूस किए गए हैं.’’ मौसम एजेंसी के अनुसार के क्षेत्र में बुधवार सुबह तक 50 मिलीमीटर जबकि गुरूवार तक 100 मिलीमीटर बारिश हो सकती है. अधिकारियों ने आने वाले सप्ताह में और झटके (आफ्टरशॉक) महसूस होने की भी चेतावनी दी है.

भूकंप के दौरान सोमवार को स्कूल में हुई एक बच्ची की मौत की घटना को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा मंत्रालय ने 19 जून को कहा कि वह शिक्षा बोर्ड को देश भर के स्कूलों का निरीक्षण करने के निर्देश देगा. इस घटना पर सोमवार को प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने संवाददाताओं से कहा था ‘‘सरकार एकजुट हो कर लोगों की जान बचाने के प्रमुख लक्ष्य के साथ काम कर रही है.’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने स्टाफ को नुकसान की जानकारी तेजी से जुटाने तथा लोगों को बचाने के लिए पूरे प्रयास करने .... तथा जनता को समयवार तथा उपयुक्त जानकारी देने के निर्देश दिए हैं.

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Sunday, June 17, 2018

कांग्रेस ने साधा निशाना- कश्मीर मुद्दा मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी

नई दिल्ली: कांग्रेस ने कश्मीर मुद्दे को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि इसे उनकी सरकार की सबसे बड़ी 'असफलताओं' में से एक बताया. इसके साथ ही पार्टी ने आश्चर्य जताया कि उनकी विदेशी यात्राओं से भारत को क्या हासिल हुआ जब वह मानव अधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को रोकने में नाकाम रहे.

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने घाटी की स्थिति को लकर अपनी पार्टी की चिंता को रेखांकित किया और सरकार से कहा कि 28 जून को शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों को वह सार्वजनिक करे. उन्होंने सवाल किया , ‘ क्या आप (सरकार) तीर्थयात्रियों को सुरक्षा देने में सक्षम हैं ?’

पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक के लिए चार साल से इंतजार कर रही है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने 'सांप्रदायिक राजनीति'  के प्रयोग के लिए कश्मीर को ‘घृणित प्रयोगशाला' में बदल दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि घाटी की स्थिति केंद्र सरकार की न केवल आंतरिक नीतियों बल्कि इसकी विदेश नीति की भी विफलता है.

कांग्रेस ने साधा पीएम पर निशाना
कांग्रेस नेता ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र की  'एक तरफा' रिपोर्ट को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा उन्होंने सवाल किया कि देश उनकी तथाकथित सद्भावनापूर्ण विदेशी यात्राओं से क्या फायदा हुआ जिनके बारे में वह जिक्र करते रहते हैं.

खेड़ा ने आरोप लगाया , ‘इस तरह की कोई रिपोर्ट शायद स्वतंत्र भारत के इतिहास में कभी नहीं आई. क्या भारत आपके कारण शर्मिंदा नहीं है. यह आपका ‘‘ अपराध ’’ है मोदी जी कि आपने ऐसी रिपोर्ट आने की अनुमति दी.’ उन्होंने सरकार से कश्मीर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की मांग की.

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Friday, June 15, 2018

पूर्वोत्तर में बाढ़ से 12 लोगों की मौत, 4 लाख लोग प्रभावित

गुवाहाटी : पूर्वोत्तर में बाढ़ से स्थिति और खराब हो गई. मणिपुर में 4 लोगों और त्रिपुरा में एक व्यक्ति की मौत के साथ क्षेत्र में बाढ़ से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. कुछ मार्गों पर ट्रेन सेवा ठप होने और सड़कों के बह जाने से असम, त्रिपुरा और मणिपुर में स्थिति ज्यादा खराब है. असम में बाढ़ की स्थितिऔर बिगड़ने के साथ राज्य के 7 जिलों में तकरीबन 4 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक होजाई, कर्बी आंगलांग पूर्व, कर्बी आंगलांग पश्चिम , गोलाघाट, करीमगंज, हैलाकांडी और कछार जिले में 3.87 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. राज्य के विभिन्न हिस्से में भूस्खलन और बाढ़ जनित घटनाओं में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है.

ताजा रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा हैलाकांडी में 2.06 लाख लोग, इसके बाद करीमगंज में तकरीबन 1.33 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बंदरखल और दामछड़ा स्टेशनों के बीच जमीन खिसकने के कारण लामडिंग बदरपुर खंड पर रेल सेवा ठप है. मणिपुर में बाढ़ग्रस्त दो जिलों में 1.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और स्थिति काफी खराब है. आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि इम्फाल घाटी में स्थिति बदतर हो गई है और मृतकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है. ताजा रिपोर्टों के अनुसार बाढ़ से लगभग 12,500 मकान क्षतिग्रस्त हो गए और 5,200 लोग क्षेत्र छोड़कर बाहर चले गए हैं.

मणिपुर में बाढ़ के कारण खराब स्थिति पर चिंतित राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि वह बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राज्यपाल राहत कोष में एक दिन का वेतन देंगी. हेपतुल्ला ने कहा कि राजभवन के तमाम कर्मचारी एक दिन के वेतन का योगदान देंगे और दूसरों से भी मदद की अपील की गई है.

मिजोरम में बाढ़ के कारण अब तक 1,066 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. राज्य आपदा प्रबंधन और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी. सबसे ज्यादा दक्षिण मिजोरम का लुंगलेई जिला प्रभावित हुआ है. तलाबुंग कस्बा और पास के गांव बाढ़ की चपेट में है. अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 54 से मलबा हटाने का कार्य किया गया. बाढ़ के कारण सड़क का एक हिस्सा बह गया है.

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Thursday, June 14, 2018

सेना के जवान, पत्रकार की हत्या पर बोले नकवी, 'आतंकियों से सूद समेत लिया जाएगा हिसाब'

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में गुरुवार (14 जून) को पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या पर राजनेताओं के बयान आ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने पत्रकार की हत्या पर दुख जाहिर करते हुए कहा, पत्रकार शुजात बुखारी का कश्मीर में कत्ल-ए-आम किया गया है. वहीं, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कश्मीर में जैसे  भारतीय सेना के जवान औरंगजेब का कत्ल-ए-आम किया गया था, वैसे ही पत्रकार शुजात बुखारी का कत्ल-ए-आम किया गया है.

आतंकियों को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब-नकवी
मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि रमजान के महीने में आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब मिला है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में लगातार की जा रही पत्थरबाजी शांति और सौहार्द की दुश्मन हैं. कश्मीर में लगातार आतंकी घटनाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आतंक के आकाओं को सेना जवाब देगी, ऐसी ताकतों का हम खात्मा जरूर करेंगे.

सूद समेत लिया जाएगा हिसाब-नकबी
नकवी ने कहा कि आतंक के आकाओं ने कश्मीर में जितनी दुश्मनी फैलाई है, उसका सूद समेत हिसाब लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह कहना बिल्कुल गलत होगा कि केंद्र सरकार और भारतीय सेना हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है.

14 जून को गोली मारकर की गई थी पत्रकार की हत्या
जम्मू कश्मीर में वरिष्ठ पत्रकार और राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की 14 जून को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी . ये हमला श्रीनगर में उनके ऑफिस के बाहर हुआ था. पुलिस के अधिकारियों ने बताया था कि बुखारी श्रीनगर के प्रेस एंक्लेव स्थित अपने कार्यालय से एक इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे कि तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने उन पर हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि बुखारी की सुरक्षा में तैनात उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) में से एक की इस हमले में मौत हो गई थी.

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Wednesday, June 13, 2018

धूल के गुबार से दिल्‍ली का हुआ बुरा हाल, कई जगह वायु गुणवत्‍ता का स्‍तर खतरनाक श्रेणी तक पहुंचा

नई दिल्ली : दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र (एनसीआर) में गुरुवार की सुबह भी धूल की गुबार छाई रही. राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्‍ता का स्‍तर बेहद खराब या खतरनाक स्‍तर पर पहुंच गया. यहां तक की लोधी रोड एवं राजपथ जैसे हरे-भरे क्षेत्रों में भी गुरुवार सुबह एयर क्‍वालिटी खराब दर्ज की गई. लोधी रोड और राजपथ पर पीएम 10 का स्‍तर 262 तक पहुंच गया.

वहीं, आरके पुरम, मंदिर मार्ग, द्वारका, पंजाबी बाग और आईटीओ पर हालात बेहद खराब रहे. यहां वायु प्रदूषण का स्‍तर 'खतरनाक' श्रेणी में पहुंच गया. जहां आरके पुरम में पीएम 10 का स्‍तर 999, मंदिर मार्ग पर 770, द्वारका में 347 तक दर्ज किया गया. बीते बुधवार को भी दिल्‍ली-एनसीआर में यही स्थिति थी. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अनुमान व्यक्त किया कि अगले तीन दिन तक यह धुंध छाई रह सकती है. दरअसल, दिल्ली के ऊपर छाई धूल भरी धुंध के लिए राजस्थान में आई धूल भरी आंधी मुख्य वजह है.

दरअसल, हवा में पीएम-10 कणों का स्तर 101-200 सामान्य, 201-300 खराब, 301-400 बेहद खराब और 401-500 खतरनाक माना जाता है.

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के हवाले से मंत्रालय ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अगले तीन दिन धूल का गुबार बरकरार रहने का अनुमान व्यक्त किया है. इसके मद्देनजर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य इकाई के माध्यम से स्थानीय निकायों और निर्माण क्षेत्र से जुड़ी एजेंसियों से लगातार पानी का छिड़काव करने को कहा है, जिससे धूल को उड़ने से रोका जा सके.

साथ ही, दिल्ली के मुख्य सचिव को इस दिशा में सभी संबद्ध एजेंसियों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी करने को कहा है. इस बीच, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्थिति से निपटने के लिये संबद्ध विभागों के साथ बैठक कर स्थिति से निपटने के लिये वायु प्रदूषण रोधी कदम उठाने को कहा है. साथ ही लोगों को अधिक समय तक खुले में निकलने से बचने का भी परामर्श जारी किया है.

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Tuesday, June 12, 2018

ED seizes under-construction mall belonging to Lalu and family in Patna

The Enforcement Directorate has reportedly seized an under-construction mall, which was being built by the family of Rashtriya Janata Dal (RJD) chief and former Bihar chief minister Lalu Prasad Yadav.

This comes more than a year after the central government had issued a notice to Bihar government, asking the authorities to stop the construction work, which was alleged to be part of benami property acquired by Lalu and his family.

Bihar Deputy Chief Minister and Bharatiya Janata Party (BJP) leader Sushil Kumar Modi had alleged that Lalu’s son and RJD leader Tejashwi Yadav had started the construction of the mall without even getting its map cleared from authorities concerned.

The mall, which is being constructed in Danapur area near Patna, is valued at almost Rs 200 crore. The land on which the mall is being constructed was owned up by Lalu in April 2017. He had claimed that there was nothing illegal in the construction of the mall.

In December 2017, the Enforcement Directorate had seized a three-acre plot of land, worth Rs 45 crore, in Patna, belonging to Lalu and family.

The ED has been probing financial irregularities in a case under the Prevention of Money Laundering Act (PMLA) against Lalu Yadav, Tejashwi Yadav and other family members.

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Monday, June 11, 2018

अटल बिहारी वाजपेयी को आज AIIMS से मिल सकती है छुट्टी, सुबह 11 बजे जारी हो सकता है मेडिकल बुलेटिन

नई दिल्ली: यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के कारण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को मंगलवार यानी आज यहां से छुट्टी मिल सकती है. एम्स सुबह 11 बजे के करीब मेडिकल बुलेटिन जारी कर वाजेपयी के स्वास्थ्य की हालत के बारे में बता बताएगा. पहले मेडिकल बुलेटिन सुबह 9 बजे जारी किए जाने की संभावना जताई गई थी. इससे पहले अस्पताल की ओर से रात पौने ग्यारह बजे जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में एम्स ने कहा है कि वाजपेयी को लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और किडनी संबंधी दिक्कतों के बाद भर्ती कराया गया. जांच में उन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन निकला है.

बुलेटिन में कहा गया कि वाजपेयी का उचित इलाज किया जा रहा है और उन्हें डॉक्टरों की एक टीम की निगरानी में रखा गया है.

इससे पहले अस्पताल ने बताया था कि लंबे समय से बीमार चल रहे वाजपेयी को नियमित जांच और परीक्षण के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.

अस्पताल की ओर से जारी बयान के अनुसार , एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम 93 वर्षीय नेता के स्वास्थ्य संबंधी परीक्षण कर रही है.

पीएम मोदी और राहुल गांधी ने एम्स पहुंचकर लिया हालचाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी वाजपेयी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने एम्स पहुंचे. आधिकारिक बयान के अनुसार , मोदी ने डॉक्टरों से भेंट कर वाजपेयी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार के सदस्यों से भी भेंट की. बयान के अनुसार , प्रधानमंत्री करीब 50 मिनट तक अस्पताल में रुके.

आडवाणी भी वाजपेयी को देखने पहुंचे
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी , गृहमंत्री राजनाथ सिंह , बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह , कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी , स्वास्थ्य मंत्री जयप्रकाश नड्डा और पर्यावरण मंत्री हर्षवर्द्धन भी बीमार नेता को देखने पहुंचने वालों में शामिल रहे.

बीजेपी ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी के इलाज को लेकर अमित शाह ने डॉक्टरों से लंबी बातचीत की. वह अस्पताल में पूर्व प्रधानमंत्री के परिजनों से भी मिले.

केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि वाजपेयी का यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का इलाज चल रहा है और आशा है कि कल उन्हें छुट्टी मिल जाएगी.

वाजपेयी 1998 से 2004 तक देश के प्रधानमंत्री थे. उनका स्वास्थ्य खराब होने के साथ ही धीरे - धीरे वह सार्वजनिक जीवन से दूर होते चले गए और कई साल से अपने आवास तक सीमित हैं.

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यात्रियों से अवैध वसूली का विरोध किया तो GRP के सिपाहियों ने TTE को बेरहमी से पिटा

नई दिल्‍ली : यात्रियों से अवैध वसूली का विरोध करने पर जीआरपी के सिपाहियों ने रेलवे के दो टीटीई की जमकर पिटाई कर दी. जीआरपी के सिपाहियों का कहर यहीं नहीं रुका, उन्‍होंने ट्रेन में सवार मुसाफिरों से न केवल मारपीट की बल्कि उनके पास मौजूद नगदी और पहचान पत्रों को जबरन छीन लिया. ट्रेन में अपनी हर हद को लांघ चुके इन दोनों सिपाहियों के खिलाफ पीड़ित टीटीई ने साहिबाबाद जीआरपी थाना में मामला दर्ज करा पूरी घटना की जानकारी जीआरपी मुख्‍यालय को भेज दी है. वहीं अपनी 'करनी' में खुद को फंसता देख दोनों सिपाहियों ने भी पीड़ित टीटीई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. जीआरपी के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने प्रथमदृष्‍टया दोषी मानते हुए दोनों सिपाहियों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं.

रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह मामला भिवानी से कानपुर जाने वाली कालिंदी एक्‍सप्रेस (14724) का है. आरोप है कि ट्रेन की सुरक्षा में तैनात जीआरपी के सिपाही गंभीर सिंह और सतेंद्र सिंह कोच संख्‍या S-4 में यात्रियों से अवैध वसूली कर रहे थे. जिसने रुपए दिया तो ठीक, नहीं तो दोनों सिपाहियों की बेरहम मार को झेल रहे थे. इसी बीच, किसी यात्री ने दोनों सिपाहियों की करतूर के बाबत ट्रेन के हेड टीटीई सीपी गर्ग को जानकारी दी. हेड टीटीई सीपी गर्ग अपने साथी टीटीई सरतलाल मीणा के साथ S-4 कोच में पहुंच गए. अवैध वसूली पर उन्‍होंने एतराज जताया तो दोनों सिपाहियों ने उन पर भी हमला कर दिया. दोनों सिपाही हेड टीटीई सीपी गर्ग और टीटीई सरतलाल मीणा को बेहरमी से पीटने लगे. पहले कोच में मौजूद यात्री डर के चलते मूकदर्शक बने देखते रहे. कुछ देर बाद कुछ यात्रियों ने हिम्‍मत जुटाई और दोनों टीटीई को सिपाहियों के चंगुल से आजाद कराया. दोनों टीटीई ने तत्‍काल इस पूरी घटना के बाबत रेलवे के वरिष्‍ठ अधिकारियों की इसकी जानकारी दी.

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Friday, June 8, 2018

भारत की बेटी ने जापान में लहराया तिरंगा, एशियाई जूनियर एथलेटिक्स में जीता गोल्ड

गिफू (जापान): भारतीय धावक जिसना मैथ्यूज ने एशियाई जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के दूसरे दिन 400 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. चैम्पियनशिप में पांच अन्य भारतीय खिलाड़ियों ने कांस्य पदक जीता जिससे देश के नाम अब दो स्वर्ण, एक रजत और सात कांस्य पदक हो गए हैं. टूर्नामेंट में जीत की प्रबल दावेदार जिसना महिलाओं की 400 मीटर की दौड में 53.26 सेकेंड के समय के साथ शीर्ष पर रहीं. श्रीलंका की दिलशी कुमारसिंघे (54.03 सेकेंड) को रजत और चीनी ताइपै की जुइ-हस्युआन यांग (54.74) को कांस्य पदक मिला.

जिसना पीटी उषा एथलेटिक्स स्कूल में प्रशिक्षण लेती हैं, जिनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 52.65 सेकेंड का है. उन्होंने इससे पहले सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य और चार गुणा 400 रिले स्पर्धा में स्वर्ण जीते है. वह रियो ओलंपिक 2016, और लंदन विश्व चैम्पियनशिप 2017 में भाग लेने वाली चार गुणा 400 रिले स्पर्धा में भारतीय दल का हिस्सा था.

इस बीच लंबी कूद में जूनियर राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी खिलाड़ी एम श्रीशंकर अपने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7.99 मीटर को नहीं दोहरा सके. उन्होंने 7.47 मीटर की कूद के साथ कांस्य पदक हासिल किया.

गोलाफेंक में 2016 में रजत पदक जीतने वाले अजय भालोथिया अपने पदक का बचाव करने में सफल रहें. उन्होंने छह किलो के गोले को 18.22 मीटर दूर फेंका. भालोथिया भी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (18.53) को नहीं दोहरा पाएं.

भारत को दो अन्य कांस्य पदक पुरुषों के 10000 मीटर और महिलाओं की 1500 मीटर दौड़ में क्रमश : कार्तिक कुमार और दुर्गा प्रमोद देवरे को मिले.

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Thursday, June 7, 2018

RSS के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी के शिरकत करने से नाराज हुए अहमद पटेल, ट्विटर पर लिखा...

नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर देश की राजनीति गर्माई हुई है. प्रणब मुखर्जी के इस कदम से कांग्रेस नेता नाराज हैं और अब खुलकर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने प्रणब मुखर्जी के संघ के समारोह में जाने को लेकर कहा कि 'मैंने प्रणब दा से इसकी उम्मीद नहीं की थी!'

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उठाए सवाल
संघ के कार्यक्रम में प्रणब के शामिल होने पर कांग्रेस के अलावा उनके परिजनों ने भी सवाल उठाए हैं. प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बुधवार (6 जून) को कहा कि उनके पिता नागपुर जाकर ‘बीजेपी और आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने और अफवाहें फैलाने’ की सुविधा मुहैया करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके ‘‘भाषण तो भुला दिए जाएंगे, लेकिन तस्वीरें (विजुअल्स) रह जाएंगी.’’

शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया, 'आशा करती हूं कि प्रणब मुखर्जी को आज की घटना से इसका अहसास हो गया होगा कि भाजपा का डर्टी ट्रिक्स विभाग किस तरह काम करता है'. उन्होंने कहा, 'यहां तक कि आरएसएस कभी यह कल्पना भी नहीं करेगा कि आप अपने भाषण में उनके विचारों का समर्थन करेंगे, लेकिन भाषण को भूला दिया जाएगा और तस्वीरें रह जाएंगी तथा इनको फर्जी बयानों के साथ फैलाया जाएगा'. शर्मिष्ठा ने कहा, 'आप नागपुर जाकर भाजपा/आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने, अफवाहें फैलाने और इनको किसी न किसी तरह विश्वसनीय बनाने की सुविधा मुहैया करा रहे हैं और यह तो सिर्फ शुरुआत भर है.

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Tuesday, June 5, 2018

EXCLUSIVE: क्या टल जाएगा वोडाफोन-आइडिया का मर्जर? बैंकों को यह डर

नई दिल्ली: आइडिया और वोडाफोन इंडिया का मर्जर अपने अंतिम दौर में है. जून के अंत तक मर्जर पूरा हो सकता है. लेकिन, उससे पहले बैंकों को प्रस्तावित मर्जर से डर लग रहा है. दरअसल, बढ़ते NPA और फंसे कर्ज से बैंकों की हालत खस्ता है. खासकर टेलीकॉम सेक्टर से उसे बड़ा नुकसान हुआ है. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने आइडिया-वोडाफोन के प्रस्तावित मर्जर पर संदेह उठाया है. आइडिया के वर्किंग कैपिटल की लिमिट रिन्यू के प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए SBI ने यह संदेह उठाया. प्रस्ताव से बैंक के कुछ दस्तावेजों को DNA ने एक्सेस किया है. इसमें आइडिया के बड़े नुकसान की चर्चा है, जिसमें वोडाफोन को लेकर यह चिंता जाहिर की गई है कि इससे वोडाफोन इंडिया मर्जर से बाहर हो सकती है.

वोडाफोन ने दी सफाई
हालांकि, आइडिया सेल्युलर ने बार-बार पूछने पर भी डीएनए के सवालों का जवाब नहीं दिया. वहीं, वोडाफोन ने इस तरह की अटकलों को बिल्कुल बेबुनियाद करार दिया है. वोडाफोन के एक प्रवक्ता ने डीएनए को भेजे एक ई-मेल के जवाब में कहा कि विलय के लिए जरूरी मंजूरी ली जा चुकी हैं. डीएनए के सवाल के जबाव में SBI के प्रवक्ता ने कहा कि यह पॉलिसी से जुड़ा मामला है, बैंक इस मामले में कोई जवाब नहीं दे सकता है.

जियो की वजह से हुआ बड़ा नुकसान
रिलायंस जियो के टेलीकॉम इंडस्ट्री में सस्ते डाटा ऑफर करने से आइडिया और वोडाफोन जैसी कंपनियों को प्राइस वॉर का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें बड़ा घाटा हुआ है. आइडिया की आय में कमी, फाइनेंसिंग चार्ज और स्पेक्ट्रम नहीं मिलने की वजह से काफी नुकसान हुआ है. यह पूरी इंडस्ट्री पर लागू होता है.

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Monday, June 4, 2018

ICICI बैंक को चाहिए नया चेयरमैन, रेस में सबसे आगे 'माल्या' का नाम

नई दिल्ली: आईसीसीआई बैंक के बोर्ड आगे एक के बाद एक मुश्किल आ रही हैं. सीईओ चंदा कोचर विवाद के बाद अब एक नई मुसीबत ने बोर्ड को घेर लिया है. दरअसल, बोर्ड बैंक के नए चेयरमैन की तलाश कर रहा है. लेकिन, फिलहाल जितने भी दिग्गजों के नाम सामने आए हैं वो शायद बैंक चेयरमैन बनने को तैयार नहीं. लेकिन, फिर कुछ नाम हैं जो इस रेस में आगे हैं. बता दें, बैंक के मौजूदा चेयरमैन एमके शर्मा का कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है. एमके शर्मा ने दूसरा कार्यकाल लेने से भी इनकार कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड को आईसीआईसीआई बैंक को क्राइसिस से निकालने के लिए एक योग्य बैंकर की जरूरत है. हालांकि, अभी तक कोई नाम फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन रेस में सबसे आगे 'माल्या' का नाम है.

कौन हैं माल्या, जिनका नाम है आगे?
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, बैंक के चेयरमैन बनने की रेस में बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एम. डी माल्या का नाम सबसे आगे चल रहा है. माल्या के पास कई बैंकों में काम करने का अनुभव है. वो पहले बैंक ऑफ महाराष्ट्र, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और कॉरपोरेशन बैंक में भी लीडरशिप पोजिशन पर रह चुके हैं. 2010 और 2012 में उन्हें बैंकर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है. सूत्र के मुताबिक, बोर्ड के कुछ मेंबर माल्या को यह पद देने के पक्ष में हैं. माल्या को ही इस पद के लिए फेवरेट माना जा रहा है.

बोर्ड क्या चाहता है?
बैंक के बोर्ड में फिलहाल एक नाम को लेकर सहमति नहीं बनी है. कुछ मेम्बर्स एम डी माल्या के नाम पर अड़े हैं, वहीं कुछ बोर्ड मेंबर अब भी एम के शर्मा को ही दूसरा कार्यकाल देने के पक्ष में हैं. सूत्रों के मुताबिक, कुछ बोर्ड मेंबर 70 साल के मौजूदा चेयरमैन को पद पर कुछ समय तक बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन खुद शर्मा ऐसा नहीं चाहते. उन्हें 1 जुलाई 2015 को तीन साल के लिए बैंक का नॉन-एग्जिक्युटिव चेयरमैन बनाया गया था. कानून के मुताबिक, नॉन-एग्जिक्युटिव डायरेक्टर के अप्वाइंटमेंट के लिए अधिकतम उम्र 75 साल तय है.

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Friday, June 1, 2018

क्या मुस्लिम वोटरों के बीच अब नहीं चल रहा है नीतीश कुमार का जादू, 5 बड़ी बातें

पटना: 'सोशल इंजीनियर' में माहिर समझे जाने वाले और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) की जोकीहाट उपचुनाव में करारी हार के बाद बिहार की सियासी फिजा में यह सवाल तैरने लगा है कि क्या मुस्लिमों का नीतीश से मोहभंग हो गया है? राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की पहली पारी के दौरान नीतीश की पार्टी के नेता चुनाव में जहां मुस्लिम मतदाताओं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर 'शिफ्ट' कराने का दावा किया करते थे, वहीं आज जद (यू) 70 फीसदी मुस्लिम मतदाताओं वाली अपनी परंपरागत जोकीहाट सीट नहीं बचा पाई.

                                                                      5 बड़ी बातें

1.जोकीहाट सीट पर साल 2005 से ही जद (यू) का कब्जा था. हाल में अररिया संसदीय क्षेत्र और जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव के हालिया परिणामों से साफ है कि जद (यू) से मुस्लिम मतदाताओं का मोह टूट रहा है.

2.साल 2005 में लालू विरोधी लहर पर सवार होकर नीतीश कुमार ने जब बिहार की सत्ता संभाली थी, तब उन्होंने मुस्लिम वोट बैंक को साधना शुरू किया था. जिसमें वह काफी हद तक सफल भी हुए.

3.इसके बाद साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव परिणाम में मुस्लिम बहुल सीमांचल की चार सीटों- अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज में से तीन पर भाजपा के प्रत्याशी विजयी रहे थे.

4.बिहार के एनडीए में 'बड़े भाई' की भूमिका में नजर आ रही नीतीश की पार्टी ने तब मुस्लिम मतदाताओं के वोटो को शिफ्ट कराने का दावा कर भाजपा के लिए 'छोटे भाई' की भूमिका तय कर दी थी.

5.इधर, साल 2014 में राज्य की सियासत में बड़ा बदलाव आया. नीतीश भाजपा से अलग होकर अकेले चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें जबरदस्त हार मिली. पूरे राज्य में आरजेडी भी नरेंद्र मोदी की आंधी में बह गई.

Source:-NDTV

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