नई दिल्ली: वाईएसआर कांग्रेस के 5 लोकसभा सदस्यों को इस्तीफा सौंपे लगभग 3 महीना होने वाला है लेकिन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अब तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. इन सदस्यों ने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग पर मार्च की शुरुआत में इस्तीफा दिया था. उनकी मांग है कि इस्तीफा जल्द स्वीकार किया जाए. हालांकि सूत्रों का कहना है कि स्पीकर यह तसल्ली करना चाहती हैं कि इसके पीछे कोई राजनीतिक दबाव तो नहीं. इस्तीफा सौंपने वालों में वाईएसआर के 5 सांसद- वाईवी शुभा रेड्डी, मिथुन रेड्डी, वाईएस अविनाश रेड्डी, वीवी प्रसादराव और सदन में पार्टी के नेता एम राजमोहन ने इस्तीफा दिया है. इस बीच, कांग्रेस ने भी मांग की है कि इनके इस्तीफे जल्द से जल्द स्वीकार किए जाएं ताकि इन सीटों पर उपचुनाव हो सकें.
वाईएसआर ने 4 और सांसदों की चुनाव आयोग से शिकायत की
इस बीच वाईएसआर कांग्रेस ने अपने 4 अन्य सांसदों के खिलाफ दल-बदल कानून के तहत चुनाव आयोग में शिकायत की है. इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पार्टी इन सीटों पर भी उपचुनाव चाहती है. उधर, जिन सांसदों का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है उनका कहना है कि वे किसी राजनीतिक दबाव में नहीं हैं. उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. इकोनॉमिक टाइम्स ने वाईएसआर कांग्रेस सांसद मिथुन रेड्डी के हवाले से कहा कि उनके इस्तीफे को स्वीकार करने के पीछे देरी का कारण क्या है, यह उन्हें नहीं मालूम. बीजेपी सरकार ने आंध्र प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वह उपचुनाव नहीं चाहती, इसलिए हमारे इस्तीफे स्वीकार नहीं हो रहे.
Source:-Zeenews
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वाईएसआर ने 4 और सांसदों की चुनाव आयोग से शिकायत की
इस बीच वाईएसआर कांग्रेस ने अपने 4 अन्य सांसदों के खिलाफ दल-बदल कानून के तहत चुनाव आयोग में शिकायत की है. इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पार्टी इन सीटों पर भी उपचुनाव चाहती है. उधर, जिन सांसदों का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है उनका कहना है कि वे किसी राजनीतिक दबाव में नहीं हैं. उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. इकोनॉमिक टाइम्स ने वाईएसआर कांग्रेस सांसद मिथुन रेड्डी के हवाले से कहा कि उनके इस्तीफे को स्वीकार करने के पीछे देरी का कारण क्या है, यह उन्हें नहीं मालूम. बीजेपी सरकार ने आंध्र प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वह उपचुनाव नहीं चाहती, इसलिए हमारे इस्तीफे स्वीकार नहीं हो रहे.
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